चंडीगढ़ (बृजेन्द्र गौड़): नुक्कड़ ढाबे के संचालक जोगिंद्र सिंह की बेटी मनीषा हत्याकांड में आरोपी दिलप्रीत के वकील तरमिंद्र सिंह की तरफ से मनीषा के मोबाइल की कॉल डिटेल की मांग पर सी.एफ.एस.एल. ने जो रिपोर्ट पेश की है वह दिलप्रीत के लिए खुद खतरा बन गई है।
रिपोर्ट में दिलप्रीत और मनीषा की व्हाट्सएप डिटेल स्क्रीन शॉट्स के रूप में लगाई है। मनीषा के परिवार की तरफ से केस की पैरवी कर रहे वकील मुनीष दीवान ने बताया कि स्क्रीन शॉट्स में दिलप्रीत मनीषा को गालियां व उसके परिवार को मारने की धमकियां दे रहा है। इससे साबित होता है कि मनीषा की हत्या पूरी साजिश के तहत की गई। वकील दीवान को 22 स्क्रीन शॉट्स साढ़े 12 जी.बी. के डाटा में से मिले हैं। ऐसे में इसी फॉरैंसिक रिपोर्ट को आधार बना मामले में वकील ने हत्या की धारा(आई.पी.सी. 302) के तहत केस दर्ज करने की मांग की है।
पुलिस ने मामले में धारा 304(गैर-इरादतन हत्या)लगाई है। अदालत में हत्या की धारा के तहत केस दर्ज करने की अर्जी पर बचाव पक्ष को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई पर बचाव पक्ष इस अर्जी पर जवाब पेश करेगा। मामले में वकील तरमिंद्र सिंह ने मनीषा समेत उसके पारिवारिक सदस्यों व दिलप्रीत के मोबाइल नंबरों की व्हाट्सएप डिटेल की मांग भी की हुई है। इससे पहले गत 4 फरवरी को अदालत ने तीनों आरोपियों के खिलाफ अपहरण, गैर-इरादतन हत्या, सबूत मिटाने जैसी धाराओं के तहत आरोप तय किए थे।
अर्जी में क्या कहा
अर्जी में अदालत से मांग की है कि मामले में मोबाइल डाटा सामने आने से पता चला है कि दिलप्रीत के मनीषा से मैत्री थी। वह मनीषा और उसके परिवार को खत्म करना चाहता था। उसकी मनीषा के प्रति दुर्भावना थी।
अर्जी में कहा है कि यह गैर-इरादतन हत्या का आम केस नहीं है, बल्कि सुनियोजित साजिशन की गई हत्या है। यदि ओवरडोज से भी हत्या हुई है तो वह भी हत्या के मकसद से दी गई थी।